Come With Me ,






चलो साथ साथ लिखते हैं....

चलो साथ साथ लिखते हैं..।
अपना वो फसाना,
पल पल में रूठ जाना,
पल पल में मान जाना,

चलो साथ साथ लिखते है..

वो उटपटांग बातें,
कट जाती थी राते,
सपनों मे भी देखते थे,
तारों का झिलमिलाना,
चलो साथ साथ लिखते हैं।।

हो जाती थी बरबस हमारी लडाई,
पलभर की देरी ,ना सहन थी जुदाई,
सबकी नजरें बचाकर तुम्हारा मुस्कुराना,
बहाने बनाकर तुम्हारा लौट आना,
चलो साथ साथ लिखते हैं...

यादों का समंदर झकझोर डालती हैं,
हिय का भी स्पंदन मरोड डालती हैं,
याद है तुम्हें क्या ? वो मेरा गुदगुदाना ?
ओह ! मैं ही हूँ भूला तुम्हारा वो गाना  ।।
चलो साथ साथ लिखते हैं..

जिन्दगी मे बहुत है दुश्वारियाँ हमारी,
माना की पूरी करनी जिम्मेदारियां हमारी,
अच्छा है क्या लेकिन खुद को भी भूल जाना,
फिर से जी लें उस पल को, शुरु करें वही फसाना,
चलो साथ साथ लिखते हैं....
                      ....Onkar
           








Comments

Unknown said…
गजब की जानकारी सरजी